रोला छंद मे एक रचना ।

Guess problem




इस बार मैं पहले ही सोचा था
 कि अब कोई गैस प्राब्लम की बात करेगा
 तो सोच समझ कर जवाब दूँगा ।
 मुझ पर कोई हँसे ऐसी बात नहीं कहूँगा।
इसलिए जब दीदी बोली-----
 न खाने का मन करता है
न खाना बनाने का मन करता है।
एक तो मौसम सर्द है।
ऊपर से सिर में दर्द है।
 घर में मे ही सबकी जान हूँ।
 लेकिन पिछले पंद्रह दिन से परेशान हूँ।
मैं बोला--------
ऐसा है तो किसी को एजेंसी काहे नहीं भेज देती?
गैस की समस्या है सिलेण्डर क्यों नहीं मँगा लेती?
दीदी ख़ुश होकर बोली------
 भाई मुझे तो पता ही नहीं था
 कि पेट के गैस से भी सिलेण्डर जलता है।
ये बताओ एक आदमी के गैस से
 एक सिलेण्डर कम से कम कितना घंटा चलता है?

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