रोला छंद मे एक रचना ।

संस्कार

मुक्तक सृजन  46
विषय      संस्कार
तिथि   14/4/18
वार        शनिवार

                 संस्कार

रंग-ढंग बदल सकते हैं संस्कार नहीं बदल सकता!
व्यवहार बदल सकते  हैं विचार नहीं बदल सकता! लुच्चे  लंपट  कामी  मुखड़ा     सा   इस्तेमाल करें -
पर कटु सत्य तो ये है कि सियार नहीं बदल सकता

#सुनील_गुप्ता          #सीतापुर
सरगुजाछत्तीसगढ
#साहित्य_सागर

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